Evil Dead Rise Movie Review  

मैं मजाक नहीं कर रहा हूँ जब मैं इस मूवी को देखने गया था तब आईवॉच शॉक्ड के साला जीस दिन किसी का भाई किसी की जान यानी सलमान खान की मूवी रिलीज हो रही है, उसी दिन एक हॉलीवुड की फ़िल्म के लिए जो ई वन हिंदी में भी डब नहीं हुई है उसके लिए लोगों ने थिएटर को हाउसफुल कर दिया अरे क्या ठेंगा दिखा रहे हो क्या बॉलीवुड को आप लोग भाईजान अपनी फ़िल्म को लेकर क्राइम बिन कॉर्नर समझ रहे हो बॉलीवुड वालों लोगों की पसंद अब बदल गयी है यू नीड टु क्रिएटिवली चेन्ज योरसेल्फ एनीवेस ईविल डेड राइट जो ईविल डेड फ्रैन्चाइज़ के एक और नई फ़िल्म है वो रिलीज हो चुकी है और क्योंकि ये एक हॉरर फ़िल्म है तो ये डरावनी है |

स्टोरी ये है की एक अर्थक्वेक आता है जीस वजह से एक बिल्डिंग में आती है दरार और ऊपर हो जाता है एक बेड ली चेंबर और उसके बाद क्या होता है वो जितना हो सके के तरीके से इसमें दिखाने की कोशिश की गई है मैं फ़िल्म देखते वक्त कुछ एक पॉइंट्स मोबाइल में नोट कर लेता हूँ ताकि विडिओ बनाने में आसानी हो सके लेकिन इस बार मेरी आंखें पूरी तरह थिएटर के स्क्रीन पर गड़ी हुई थी क्योंकि वैसे भी यह एक हॉलीवुड मूवी है, एक सेकंड के लिए भी आपने इधर उधर देख लिया तो मूवी का कोई ना कोई सीन आँखों के सामने से निकल जाएगा और आप बाद में रिग्रेट करते रहोगे क्या यार क्या हो गया था और नोट्स ना बनाने की दूसरी वजह है इस फ़िल्म का हॉरर मैं हॉरर की जगह अगर इसे टेरर बोलूं तो ज्यादा सूटेबल होगा क्योंकि इस फ़िल्म में एक मदर ऑफ थ्री किड्स परचेस हो जाती है जिसके बाद से ऐक्टिव वेरी विर्ड और उसके वजह से उसके बच्चे और सिस्टर घबरा जाते है |

अब मैं यहाँ जरूर तारीफ करना चाहूंगा ऐक्टर्स की जिसने मदर का रोल निभाया है वाटर टैरिफ इक एक्टिंग मैन उस एक्ट्रेस को कोई ना कोई अवॉर्ड जरूर मिलना चाहिए जीस तरीके से एक मदर का रोल उन्होंने निभाया है और वह इस फ़िल्म में बहुत से सीन ऐसे हैं जिसमें अगर आपका दिल थोड़ा सा भी कमजोर हैं तो आप आंखें बंद भी कर लोगे लेकिन फिर भी डर लगेगा वैसे आँखें बंद करके कान में इयरफोन्स लगा कर मैंने एक हॉरर स्टोरी सुनी थी आइआइटी ज़ोंबी नाम से भाई साहब यू विल गेट गूसबम्प्स फॉर शुर और बढ़िया बात ये है की आपको के सामने कोई विजुअल्स नहीं है तो स्क्रीन ऐडिक्शन से छुटकारा तो मिलेगा ही साथ ही आपको पर्स ट्रेन भी नहीं पड़ेगा |

फिल्म सिर्फ एक घंटा 40 मिनट के आस पास की है जिसमें स्टार्टिंग से आपके अंदर म्यूसिक और सिनेमैटोग्राफी से एक डर का माहौल पैदा कर दिया जाता है जिससे आप आगे आने वाले सीन्स के लिए रेडी रह सकूँ लेकिन इसका एक नुकसान भी है की आपको कोई जमशेर नहीं मिलता की धड़ाम से कुछ आएगा और आपके फटके चार हो जाएगी ना ऐसा तो नहीं है आई मीन हॉरर नहीं है बट वो स्मूथली आपके सामने पेश किया जाता है विथ लॉट्स सन लॉट्स ऑफ ब्लड ऐंड टुब्रो सीन्स ऐसे ऐसे सीन्स जो ट्रेलर में भी दिखाए गए थे लेकिन मूवी में और भी ज्यादा देखने को मिलेंगे |

स्पेशल ली क्लाइमैक्स में सबसे ज्यादा खून खराबा है बट वो क्लाइमैक्स भी आपको डराता नहीं है बस सुन्दरसिंह आओ ची ये ऐसे एक्सप्रेशंस अपने आप बाहर आने लगते हैं मूवी ए रेटेड है जिसमें खून खराबा और थोड़े बहुत इंग्लिश वल्गर वर्ड्स है हिंदी में तो है ही नहीं तो बच्चों के लिए ये मूवी नहीं है अगर आप ऐट लिस्ट 18 प्लस हो तो ही अपने फैमिली के साथ इसे देखने जाना या अकेले या दोस्तों के साथ या गर्लफ्रेंड के साथ आपकी मर्ज़ी मेरा एक सब्सक्राइबर मुझे मिला था वो लिटरल्ली हनुमान चालीसा लेकर थिएटर में बैठा था आई वास् लाइक वाउ सिरियसली बट हाँ कमजोर दिल वालों को सजेशन यही रहेगा मैं कमज़ोर दिलवालों की की ही बात कर रहा हूँ उनके किसी के साथ इस फ़िल्म को देखने जाएं या इसकी तरह हनुमान चालीसा का भी ऑप्शन सही है अगर डर ज्यादा लगता है तो |

बाकी मूवी परफॉरमेंस वाइज मुझे बहुत अच्छी लगी सभी ने बहुत बेहतरीन काम किया है बस इसमें स्टोरी ढूंढने की कोशिश करोगे तो वो नहीं मिले गी एक हॉरर थ्रिलर फ़िल्म में इमैजिनेशन फिक्शन ज्यादा रहता है सो यू कैन एन्जॉय फिक्शनल स्टफ ऐंड देन बाकी मेरी तरफ से इस फ़िल्म को 3.5 आउट ऑफ फाइव स्टार्स |

By pks

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