Bad Boy Movie Review
Movie Cast : Amrin qureshi, Namashi Chakraborty, Saswata Chaterjee
Director : Rajkumar Santoshi
एक मूवी आई है बॉलीवुड की तरफ से किसका नाम है बैड बॉय और मेकर्स ने इस बैड बॉय के नाम से पैड वर्ड को लगता है कुछ ज्यादा ही सीरियसली ले लिया है बैड डेब्यू नमस्ते चक्रवर्ती मिथुन दा के छोटे लड़के हैं और अगर उन्हें डेब्यू कर के अपना नाम कमाना था क्योंकि फर्स्ट इंप्रेशन इसके लैस्ट इम्प्रेशन तो थोड़ा ठहर के एक अच्छी स्क्रीप्ट का इंतज़ार कर ते और फिर उस मूवी में आते तो ज्यादा अच्छा रहता वैसे इस फ़िल्म की हीरोइन अमरीं कुरेशी की भी ये डेब्यू मूवी है और सेम बात उन पर भी लागू होती है बैड स्क्रिप्ट ये फ़िल्म आपको टिपिकल नाइनटीज या एटीज़ फ़िल्म की तरह स्टोरी प्रोवाइड करती है लाइक लड़का लड़की प्यार करते है लड़का गरीब घर से है लफंडर किस्म का आवारा लड़की आमेर खानदानी लड़की का बाप लड़के को कुछ चैलेंज देता है की उसे अगर पूरा करोगे तो ही लड़की का बाप शादी के लिए मानेगा |
ऐंड में क्या होता है सभी को पता है तो इस स्क्रिप्ट में नया कुछ भी नहीं मिलेगा स्टार्टिंग पॉइंट से ही मूवी प्रेडिक्टेबल बन जाती है बैड एक्टिंग क्योंकि इस फ़िल्म के दोनों लीड ऐक्टर्स डेब्यूटांट है तो दोनों में अच्छा काम करने का पोटेंशिअल तो था और यहाँ उन्होंने अपना 100% बिलकुल भी नहीं दिया है बहुत बार उनकी एक्टिंग में इम्मेच्युर कैरेक्टराइजेशन की झलक दिखाई देती है और डाइलॉग डेलिवरी के टाइम पे ऐसा लगता है कि बहुत प्रैक्टिस करने के बाद कोई डाइअलॉग बोला जा रहा है |

बैड म्यूसिक इसमें हालांकि हमारे हिमेश भाई ने म्यूसिक दिया है पर सॉरी टु से इट्स रियली बैड में बैठे वर्ड्स टु वर्क ऑफ हिमेश रेशमिया एंड बैड क्लाइमैक्स वो क्या था एक्चुअली एक सीन है लास्ट में डॉक्टर पेशेंट की जान बचाने से मना कर रहा है फॉर सम रीज़न जो बता नहीं सकता तो हीरो जाकर उसे कुछ कहता है डॉक्टर रेडी हो जाता है और वो क्या बोलता है उसको भी सस्पेंस में रखा जाता है उस टाइम पर उसने क्या बोला वो क्लाइमैक्स में हम लोगों को पता चलता है जब पता चलता है लिटरल्ली बोलता हूँ कुछ फेंक के मरने का मन कर रहा था क्या ही लॉजिक लगा लिया भाई उस सस्पेंस को बनाने में सारा पांच ट लेकिन फिर भी इतने सारे बैड पॉइंट्स बताने के बाद भी तीन गुड पॉइंट्स भी मैं बताना चाहता हूँ ताकि ये थोड़ा बैलेंस हो जाये एक फ़िल्म में एक लाइट हार्टेड कॉमेडी फ़िल्म है जिसमें वल्गर लैंग्वेज या किसी भी तरह से कोई अगर सीन्स नहीं है तो ये मूवी टोटल फैमिली फ्रेंड ली है|
दूसरा गुड जॉनी लिवर सर जितना भी टाइम ये स्क्रीन पर है मूवी देखने में मज़ा आता है तीसरा गुड पॉइंट सेकंड हाफ में एक बहुत ही वेल लोन कॉमेडी एक्टर का है 1 मिनट के आसपास का वो भी आपको पसंद आएगा बाकी फ़िल्म में नया कुछ भी नहीं है टीवी पर अगर घर पर बैठकर फैमिली के साथ एन्जॉय करोगे तो ज्यादा अच्छी लगेंगी ये मूवी बस ये आज से अगर 20 साल पहले आती तो ज्यादा अच्छा बिज़नेस कर पाती देखो पैसा लेकर किसी की अच्छाई करने वाले लोग बहुत मिलेंगे लेकिन बिना पैसे की सच्चाई सुनाने वाले बहुत कम तो अगर मेरे रिव्यु पे बिलीव करते हो तो सब्सक्राइब जरूर करलेना इस मूवी को मेरी तरफ से मिलेंगे दो स्टार्स मिलते है
